नमस्कार मैं हूँ RAVIऔर आप देख रहे हैं VIVO NEWS की । बिहार में ये माना जा रहा था कि जीतन राम माझी और चिराग पासवान बड़ा खेल करने की तैयारी में है। एन डी ए में वो शामिल तो है लेकिन जैसे ही नीतीश कुमार एन डी ए में शामिल हुए उसके बाद उनके सुर बदले बदले नजर आ रहे हैं। ऐसे में उनकी जो बयानबाजी है वो सोशल मीडिया में और मीडिया में चर्चा का विषय बनी हुई है। ऐसे में यह भी कयास लगाए जा रहे थे आने वाले दिनों में फ्लोर टेस्ट से पहले एक बड़ा हंगामा खड़ा हो सकता है। बिहार में और आर जे डी ने तो साफ तौर पर दावा कर दिया है कि फ्लोर टेस्ट से पहले बड़ा खेल बिहार में होगा।
ऐसे मेंजे डी यु के विधायक है, अगर वो तेजस्वी यादव का समर्थन करते है, उनके समर्थन में बयान देते है तो ये भी एक बड़ा विषय जो है वो निकल कर सामने आता है और चिंताएं जो है, बी जे पी की भी बढ़ती है और जे डी यु की भी बढ़ती है। ऐसे भी बताये ये भी जा रहा है की नीतीश कुमार की जो चिंताएं बढ़ रही है अब उसको देखते हुए नीतीश कुमार ने एक बड़ा कदम उठाया है। दरअसल नीतीश कुमार डर चूके हैं।लालू यादव जो गेम प्लान कर रहे हैं और जो रणनीति तेजस्वी यादव बना रहे हैं उससे बी जे पी भी डरी हुई है। नीतीश कुमार भी डरे हुए हैं।
नीतीश कुमार बड़ा कदम उठाने जा रहे हैं और जो नीतीश कुमार की शर्त है उसे बी जे पी मानने मानने पर मजबूर हो गई है। अब ऐसे में सवाल यह खड़ा होता है कि आखिर कौन सी शर्त है नितीश कुमार की जो बी जे पी मानने पर मजबूर हुई है? आखिर बिहार में होने क्या जा रहा है? नितेश कुमार लालू के गेम प्लान से डर कर क्या बड़ा कदम उठाने जा रहे हैं तो इसकी चर्चा करेंगे। आगे आपको बताएंगे, लेकिन सबसे पहले आपको वह बयान सुनाते हैं तेजस्वी यादव का जो लगातार चर्चा का विषय बना हुआ है और जिससे डरी हुई है।
BJP समर्थित सरकार जो बिहार में चल रही है और इसीलिए नीतीश कुमार बड़ा कदम उठाने जा रहे हैं। तेजस्वी यादव का वो बयान चलिए आपको सुनाते हैं सुनिए लेकिन।
लिख लीजिए तो आप सुन रहे थे। तेजस्वी यादव को तेजस्वी यादव किस तरीके से ये कह रहे हैं की अभी खेल शुरू हुआ है और इसके साथ ही उनका ये भी कहना है कि 2024 में जे डी यु खत्म हो जाएगी तो जे डी यु को बचाने के लिए नीतीश कुमार ने अब एक बड़ा कदम उठाया है। ये कदम बी जे पी के लिए घातक भी साबित हो सकता है। दरअसल कैसे उसकी चर्चा करते हैं और विस्तार से आपको बताते हैं। सबसे पहले आपको बताते हैं कि नीतीश कुमार के आने से बी जे पी को कितना बड़ा झटका लगा है
लिख लीजिए तो आप सुन रहे थे। तेजस्वी यादव को तेजस्वी यादव किस तरीके से ये कह रहे हैं की अभी खेल शुरू हुआ है और इसके साथ ही उनका ये भी कहना है कि 2024 में जे डी यु खत्म हो जाएगी तो जे डी यु को बचाने के लिए नीतीश कुमार ने अब एक बड़ा कदम उठाया है। ये कदम बी जे पी के लिए घातक भी साबित हो सकता है। दरअसल कैसे उसकी चर्चा करते हैं और विस्तार से आपको बताते हैं। सबसे पहले आपको बताते हैं कि नीतीश कुमार के आने से बी जे पी को कितना बड़ा झटका लगा है
नीतीश कुमार को बी जे पी। जो सर्वे रिपोर्ट आई उसको देखते हुए अपने पाले में तो लेकर आई की बी जे पी के साथ अगर नीतीश कुमार आएँगे तो लोकसभा में इसका फायदा मिलेगा और इसके साथ ही सीटें जो है बी जे पी की एन डी ए की बढ़ जाएंगी और उसके बाद सरकार बनाने में आसानी हो जाएगी केंद्र की क्योंकि इस वक्त बी जे पी डरी हुई। भले ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दावे के साथ बड़ी बड़ी सीटों को लेकर दावा कर रहे हो कि इस बार 400 पा रहे 370 बी जे पी को मिलेंगी, लेकिन हकीकत यही है।
जियो में अगर देखा जाए तो बी जे पी की स्थिति ठीक नहीं है। महाराष्ट्र, बिहार और तमाम राज्यों में और दक्षिण में तो सूफड़ा बी जे पी का साफ ही हो गया है। ऐसे में राज्यों को साधने की कोशिश हो रही है। वहाँ पर कैसे बी जे पी की सरकार लाई जाए, तोड़फोड़ किया जाए, वहाँ पर कैसे बी जे पी समर्थित सरकार बनाई जाए ताकि वहाँ का शासन प्रशासन जो है वो उनके हाथ में आ जाए और उसके बाद वहाँ खेल कैसे बी जे पी कर सके, जो चंडीगढ़ मेयर चुनाव में हुआ, कैसे वहाँ पर खेला किया जाए, इसकी कोशिश में बी जे पी जुटी हुई है। अब इसी के तहत उन्होंने नीतीश कुमार को अपने पाले में लिया और बिहार में अपनी सरकार बनाई, लेकिन अब सरकार तो बन गई। अब बाकी
पहले तो उनके जो सहयोगी दल है, नितीश कुमार के आने से ही वो नाराज है। चिराग पासवान लगातार बयानबाजी कर रहे है और जीतन राम माझी का समर्थन कर रहे है। जीतन राम माझी ये कह रहे है की एक मंत्रालय दिया गया है। एक मंत्रालय पर बात नहीं बनेगी, दो दो मंत्रालय मिलना चाहिए और अब लगातार उनका बयान आया है। सबसे पहले उन्होंने मीडिया में बयान दिया। उसके बाद उन्होंने जनता का जनता को संबोधित करते हुए एक बड़ा बयान दिया। उसके बाद एक बड़ा बयान फिर से उनका मीडिया के सामने आ चुका है और मीडिया से बात करते उन्होंने कहा कि जो भी हमारे गार्डेन्स है उनको हमें एक तरीके से जो भी परेशानी होगी वो बताते हैं और वो इसको कंसिडर करें और बार बार मुझे एक ही मंत्रालय दे दिया जाता है। बाकी और मंत्रालय क्यों नहीं दिए जाते हैं?
में चिराग पासवान जो उनकी एल जी पी है वो अगर 11 सीटों पर प्रभारी नियुक्त करती है। इसका मतलब साफ हो गया की 11 सीटों पर चिराग पासवान उम्मीद उतारने उम्मीदवार उतारने की तैयारी में है और इसीलिए वो प्रभारी नियुक्त कर रहे है। चुनाव भी वो 11 सीटों पर लड़ने जा रहे है। इसके संकेत तो यही मिल रहे है। अब ऐसे में बी जे पी को तगड़ा झटका लग रहा है। दूसरी तरफ इंडिया गठबंधन को लेकर ये बाते चल रही है। किसी बंटवारे पर बात नहीं बनी, आपस में बन नहीं रही है, लेकिन आप देखिये एन डी ए में भी बड़ी फुड पड़ गई है। नितेश कुमार के आते ही चिराग पासवान, उपेंद्र कुशवाहा और जीतन राम माझी अलग सुर अपनाये हुए है। अब एक मुसीबत तो बी जे पी के लिए ये कड़ी हो गयी है की जो कुछ भी था वो अब जा रहा है। पहले जो स्थिति थी उससे भी खराब स्थिति में आ गए है। दूसरी तरफ हम नितीश कुमार ने लालू के गेम प्लान से डर कर एक बड़ा दांव चल दिया है और अपनी ही सरकार को गिराने जा रहे है। जी हाँ,