दिल्ली में राष्ट्रपति भवन की खूबसूरत मुगल गार्डन का नाम बदल गया है। अब इसे अमृत गार्डन के नाम से जाना जाएगा। गौरतलब है कि इससे पहले दिल्ली में स्थित कई मुगल शासकों के नाम पर बनी सड़कों का भी नाम बदल दिया गया था। औरंगजेब रोड का नाम बदलकर ए पी जे अब्दुल कलाम रोड कर दिया गया था। खैर, इस बार अमृत गार्डन सुबह 10:00 बजे से शाम 4:00 बजे तक खुलेगा। गार्डन को देखने के लिए ऑनलाइन ही बुकिंग हो सकेगी। पहली बार वक इन विजिटर्स को भी गार्डन घूमने दिया जाएगा। इस बार उद्यान सबसे ज्यादा अवधि 31 जनवरी से 26 मार्च तक
लगभग दो महीने के लिए खुला रहेगा। इस साल मानसून सीज़न में भी गार्डन खुलेगा। इस तरह अमृत गार्डन अब साल में दो बार खुलेगा। हर साल की तरह इस बार भी उम्मीद की जा रही है कि पांच से 6,00,000 लोग गार्डन को देखने आएँगे। जनता के लिए पहली बार इसे देश के पहले राष्ट्रपति डॉक्टर राजेंद्र प्रसाद ने खुलवाया था। यहाँ ब्रिटिश और मुगल दोनों के गार्डनों की झलक देखने के लिए मिलती है।
राष्ट्रपति भवन बनाने वाले आर्किटेक्ट लुटेंस ने इसे बनाया था। गार्डन में इस बार 12 किस्म के ट्यूलिप्स देखने को मिलेंगे। फूलों के सामने क्यू आर कोड लगे होंगे। जीसको स्कैन करके आप फूलों के बारे में जानकारी ले सकते हैं। गार्डन में सेल्फी प्वाइंट्स भी बनाए गए हैं। इसके अलावा 140 किस्म के गुलाब भी होंगे। इस दौरान 12 छात्र होंगे जो संबंधित विषय पर पी हेच डी कर रहे हैं।
वो वहाँ मौजूद रहेंगे। इस बार गार्डन में स्पेशल कैटेगरी के लिए अलग से दिन निर्धारित किए गए हैं। स्पेशल कैटेगरी के लिए 28 मार्च से 31 मार्च तक दिन निर्धारित किया गया है। इस कैटेगरी में किसान, दिव्याँग महिलाओं समेत अन्य के लिए एक 1 दिन निर्धारित किया गया है। गार्डन 28 मार्च को किसानों के लिए 29 को दिव्यांगों के लिए 20 को पुलिस और सेना के लिए खुलेगा। 31 मार्च का दिन महिलाओं के लिए निर्धारित किया गया है।
इसमें जनजाति, महिलाओं और सेल्फ हेल्प ग्रुप भी शामिल है। अधिक से अधिक लोग अमृत गार्डन में घूम पाए इसके लिए नई व्यवस्था की गई है। लोग सुबह 10:00 बजे से शाम 4:00 बजे तक गार्डन में घूम सकेंगे। वीक डे में सुबह 10 से शाम 4:00 बजे तक के स्लॉट में करीब 7500 विजिटर्स को अनुमति दी जाएगी। वहीं अगर वीकेंड की बात करें तो वीकेंड में 10,000 से ज्यादा लोगों को गार्डन घूमने की अनुमति मिलेंगे। दरअसल ये पहली बार नहीं है।