गूगल का पहला नाम “BackRub” था, जो की उसके संस्थापकों लैरी पेज और सर्जे ब्रिन द्वारा 1996 में बनाया गया था। यह एक सर्च इंजन है जो इंटरनेट पर जानकारी को खोजने के लिए उपयोग किया जाता है। बैकरब को बाद में 1997 में “Google” में बदल दिया गया था, जो “गूगोल” शब्द से आया है, जो गैर-सामान्य संख्या “googol” से आवृत्ति में अलंकृत है।
भारत में गूगल का प्रवेश 2004 में हुआ था। उस समय, गूगल ने भारतीय बाजार में अपने उत्पादों को प्रमोट करने के लिए कई उपाय किए, जिसमें भाषाओं के समर्थन, भारतीय सामाजिक और सांस्कृतिक संदर्भों को समझने का प्रयास और भारतीय उपभोक्ताओं के लिए उपयुक्त सेवाओं का विकास शामिल है।
गूगल के भारतीय प्रवेश के बाद, यहाँ के उपयोगकर्ताओं ने इंटरनेट पर खोज और उपयोग की दृष्टि को परिवर्तित किया। गूगल ने भारतीय उपभोक्ताओं के लिए कई सेवाएं उपलब्ध कराई हैं, जैसे कि गूगल सर्च, गूगल मैप्स, गूगल प्ले स्टोर, गूगल पेटी और भी बहुत कुछ।
गूगल को भारत में सफलता प्राप्त करने के लिए स्थानीयकृत करने की आवश्यकता थी, जिसमें स्थानीय भाषाओं का समर्थन, स्थानीय सामाजिक और सांस्कृतिक संदर्भों को समझने का प्रयास, और भारतीय उपभोक्ताओं के लिए उपयुक्त सेवाओं का विकास शामिल है। गूगल ने भारत में अपने उत्पादों और सेवाओं को समर्थित करने के लिए स्थानीय बाजार के लिए उदाहरणात्मक तरीके से काम किया है और इसके द्वारा भारतीय उपभोक्ताओं की आवश्यकताओं को पूरा किया है।
गूगल का भारत में प्रवेश, भारतीय उपभोक्ताओं को उनकी जरूरतों के अनुसार उपयुक्त सेवाओं और उत्पादों का प्रदान करने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम साबित हुआ है। गूगल का यह प्रयास भारत में डिजिटल यातायात को बढ़ावा देने और लोगों को अधिक सुगमता प्रदान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।